स्वीकृति नमूनाकरण (Acceptance Sampling)

 स्वीकृति नमूनाकरण (Acceptance Sampling)

स्वीकृति नमूनाकरण का उद्देश्य नमूने की विशेषताओं के आधार पर किसी लॉट को स्वीकार करने या अस्वीकार करने का निर्णय लेना है। लॉट में कच्चा माल या तैयार माल हो सकता है।


लॉट की गुणवत्ता की जांच करने का एक सटीक तरीका 100% निरीक्षण करना है। लेकिन, 100% निरीक्षण में निम्नलिखित सीमाएँ होंगी:

  • उच्च लागत

  • बहुतअधिक समय लेने वाली प्रक्रिया

  • जब जनसंख्या बड़ी या अनंत होती है, तो प्रत्येक इकाई का निरीक्षण करना असंभव या अव्यवहारिक होगा।


इसलिए, व्यावहारिक प्रयोग में स्वीकृति-नमूनाकरण एक महत्वपूर्ण और उपयोगी तकनीक है।


Meaning of Acceptance Sampling

Acceptance Sampling एक गुणवत्ता नियंत्रण तकनीक है जिसका उपयोग उत्पादों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। इसमें एक निर्दिष्ट नमूना लिया जाता है और उस नमूने के आधार पर पूरे बैच या उत्पादन की गुणवत्ता का निर्णय लिया जाता है। यह विधि बड़े पैमाने पर उत्पादन या वस्तुओं का निरीक्षण करने के बजाय केवल एक छोटे से नमूने का परीक्षण करके गुणवत्ता का अनुमान लगाने में सहायक होती है।


Acceptance Sampling का उद्देश्य:

1. गुणवत्ता नियंत्रण: यह सुनिश्चित करना कि उत्पाद की गुणवत्ता निर्धारित मानकों के अनुरूप है।


2. त्वरित मूल्यांकन: माल की गुणवत्ता का त्वरित मूल्यांकन बिना सभी उत्पादों का परीक्षण किए।


3. लागत में कमी: लागत को कम करने और समय की बचत करने के लिए एक प्रभावी उपाय।


4. जोखिम कम करना: उत्पाद की गुणवत्ता से संबंधित जोखिम को कम करना।


5. ग्राहक संतुष्टि: ग्राहकों को उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान करने के लिए।


6. उत्पादन प्रक्रिया में सुधार: उत्पादन प्रक्रिया में सुधार करने के लिए और गुणवत्ता नियंत्रण में मदद करने के लिए।


Acceptance Sampling के प्रकार:

1. Single Sampling Plan:

इसमें एक एकल नमूने का चयन किया जाता है और यह निर्धारित किया जाता है कि यदि नमूना मानक से मेल खाता है, तो पूरी बैच स्वीकार कर ली जाती है। अगर नमूने में दोष पाए जाते हैं तो बैच को अस्वीकृत किया जाता है।


2. Double Sampling Plan:

इसमें दो चरणों का परीक्षण होता है। पहले चरण में यदि नमूना पास हो जाता है, तो बैच स्वीकार कर लिया जाता है। यदि पहले चरण में अस्वीकरण होता है, तो दूसरे चरण में एक और नमूना लिया जाता है।


3. Multiple Sampling Plan:

यह एक विस्तारित संस्करण होता है जिसमें तीन या अधिक नमूनों का परीक्षण किया जाता है। यह अधिक सटीकता प्रदान करता है।


Acceptance Sampling के प्रमुख तत्व:

Acceptable Quality Level (AQL): यह वह गुणवत्ता स्तर है, जिसे बैच या उत्पादन की स्वीकृति के लिए न्यूनतम स्वीकार्य माना जाता है। AQL वह प्रतिशत होता है जो एक बैच में दोषपूर्ण इकाइयों का अधिकतम स्तर दर्शाता है।


Lot Tolerance Percent Defective (LTPD): यह वह अधिकतम दोषपूर्ण प्रतिशत है, जिसके ऊपर बैच को अस्वीकृत किया जाएगा।


Producer's Risk (α): यह वह संभावना है कि बैच को स्वीकार करने के बावजूद वह अस्वीकार्य हो। इसे Type I Error भी कहा जाता है।


Consumer's Risk (β): यह वह संभावना है कि बैच को अस्वीकृत करने के बावजूद वह स्वीकार्य हो। इसे Type II Error भी कहा जाता है।


Acceptance Sampling का प्रयोग:

Acceptance Sampling का प्रयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है:


1. निर्माण उद्योग: बड़े पैमाने पर उत्पादों की गुणवत्ता की जाँच के लिए।


2. आपूर्ति श्रृंखला: कच्चे माल या तैयार उत्पादों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए।


2. प्रक्रियाएँ: प्रक्रियाओं की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए, जैसे कि उत्पादन प्रक्रिया, गुणवत्ता नियंत्रण आदि।


3. कृषि और खाद्य उद्योग: कृषि उत्पादों और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए।


4. फार्मास्यूटिकल्स: दवाओं और अन्य फार्मास्यूटिकल उत्पादों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए।


Acceptance sampling के लाभ 

1. परीक्षण की लागत में कमी: परीक्षण की लागत कम होती है क्योंकि पूरे बैच के बजाय केवल एक छोटे नमूने का परीक्षण किया जाता है।


2. समय में कमी: परीक्षण का समय कम होता है क्योंकि पूरे बैच के बजाय केवल एक छोटे नमूने का परीक्षण किया जाता है।


3. तेजी से बैचों का निरीक्षण: बैचों का निरीक्षण तेजी से किया जा सकता है क्योंकि परीक्षण का समय कम होता है।


4. मानव त्रुटि की कम संभावना: इसमें मानव त्रुटि की संभावना कम होती है क्योंकि परीक्षण की प्रक्रिया अधिक स्वचालित होती है।


5. गुणवत्ता नियंत्रण में सुधार: Acceptance sampling गुणवत्ता नियंत्रण में सुधार करने में मदद करता है क्योंकि यह पूरे बैच की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने में मदद करता है।


6. उत्पादन प्रक्रिया में सुधार: Acceptance sampling उत्पादन प्रक्रिया में सुधार करने में मदद करता है क्योंकि यह उत्पादन प्रक्रिया में कमियों का पता लगाने में मदद करता है।


Acceptance sampling की सीमाएँ 


1. नमूना आकार की सीमा: नमूना आकार बहुत छोटा नहीं होना चाहिए।


2. गुणवत्ता मानकों की अनिश्चितता: गुणवत्ता मानकों की अनिश्चितता के कारण निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है।


3. नमूना की प्रतिनिधित्व: नमूना पूरे बैच का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता है।


4. त्रुटि का जोखिम: Acceptance sampling में जोखिम हो सकता है, जैसे कि उत्पाद को अस्वीकार्य माना जाने की संभावना।


5. लागत: Acceptance sampling की लागत अधिक हो सकती है, खासकर यदि नमूना आकार बड़ा हो।


6. समय: Acceptance sampling में समय अधिक लग सकता है, खासकर यदि परीक्षण प्रक्रिया जटिल हो।


Acceptance Sampling


The purpose of acceptance sampling is to decide whether to accept or reject a lot based on the characteristics of the sample. The lot may contain raw material or finished goods.


An accurate way to check the quality of a lot is to do a 100% inspection. But, 100% inspection will have the following limitations:

  • High cost

  • Very time consuming process

  • When the population is large or infinite, it would be impossible or impractical to inspect each unit.


Therefore, acceptance-sampling is an important and useful technique in practical experiments.


Meaning of Acceptance Sampling

Acceptance Sampling is a quality control technique used to evaluate the quality of products. In this, a specified sample is taken and the quality of the entire batch or production is judged based on that sample. This method is helpful in estimating the quality by testing only a small sample instead of inspecting mass production or goods.


Purpose of Acceptance Sampling:

1. Quality Control: To ensure that the quality of the product is in conformity with the prescribed standards.


2. Quick Assessment: Quick assessment of the quality of the goods without testing all the products.


3. Cost Reduction: An effective measure to reduce costs and save time.


4. Risk Reduction: To reduce the risk related to product quality.


5. Customer Satisfaction: To provide high-quality products to customers.


6. Production Process Improvement: To improve the production process and help in quality control.


Types of Acceptance Sampling:

1. Single Sampling Plan:

In this, a single sample is selected and it is determined that if the sample matches the standard, then the entire batch is accepted. If defects are found in the sample then the batch is rejected.


2. Double Sampling Plan:

It involves two stages of testing.  In the first stage if the sample passes, the batch is accepted. If there is rejection in the first stage, another sample is taken in the second stage.


3. Multiple Sampling Plan:

This is an extended version in which three or more samples are tested. It provides more accuracy.


Key elements of Acceptance Sampling:

Acceptable Quality Level (AQL): This is the quality level which is considered minimum acceptable for acceptance of a batch or production. AQL is the percentage which indicates the maximum level of defective units in a batch.


Lot Tolerance Percent Defective (LTPD): This is the maximum defective percentage above which the batch will be rejected.


Producer's Risk (α): This is the probability that the batch is accepted but still unacceptable. This is also called Type I Error.


Consumer's Risk (β): This is the probability that the batch is rejected but still acceptable. This is also called Type II Error.


Use of Acceptance Sampling:

Acceptance Sampling is used in the following areas:


1. Manufacturing industry: For checking the quality of products on a large scale.


2. Supply chain: For evaluating the quality of raw materials or finished products.


 2. Processes: To evaluate the quality of processes, such as production process, quality control, etc.


3. Agriculture and food industry: To evaluate the quality of agricultural products and foods.


4. Pharmaceuticals: To evaluate the quality of medicines and other pharmaceutical products.


Advantages of Acceptance Sampling

1. Reduction in testing cost: Testing cost is less because only a small sample is tested instead of the whole batch.


2. Reduction in time: Testing time is less because only a small sample is tested instead of the whole batch.


3. Inspecting batches faster: Batches can be inspected faster because testing time is less.


4. Less chance of human error: There is less chance of human error because the process of testing is more automated.


5. Improved quality control: Acceptance sampling helps in improving quality control because it helps in evaluating the quality of the whole batch.


6. Improvement in Production Process: Acceptance sampling helps in improving the production process as it helps in detecting the deficiencies in the production process.


Limitations of Acceptance Sampling 


1. Limitation of sample size: The sample size should not be too small.


2. Uncertainty of quality parameters: Uncertainty of quality parameters may cause difficulty in decision making.


3. Representativeness of sample: The sample may not represent the entire batch.


4. Risk of error: Acceptance sampling may involve risks, such as the possibility of the product being considered unacceptable.


5. Cost: The cost of Acceptance sampling may be high, especially if the sample size is large.


6. Time: Acceptance sampling may be time consuming, especially if the testing procedure is complex.